उत्तराखंड के कई जिलों में 24 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिससे यहाँ रह रहे लोगो का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आपको बता दे भारी बारिश और भूस्खलन के चलते उत्तराखंड के 14 स्टेट हाईवे के साथ ही एक नेशनल हाईवे भी बंद है, वही मौसम के हालात को देखते हुए सोन प्रयाग में केदारनाथ यात्रियों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया है। क्युकी दो दिन पहले यात्रा मार्ग में भूस्खलन होने से चार लोगों की मृत्यु हो गई थी। हालांकि प्रदेश में अगले 48 घंटे और भी भारी रहने का अनुमान है। वही मिली जानकारी के अनुसार जनपद अल्मोड़ा में लगातार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अल्मोड़ा-क़वारब के बीच बाधित हो गया है। इसी के साथ ही राज्य मार्ग रानीखेत-मोहान के पास पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण भी बंद है। साथ ही जनपद की 4 ग्रामीण सड़कें पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण बाधित हो गयी है। ऐसे में जिला प्रशासन ने सभी तहसीलों को भारी बारिश को देखते हुए अलर्ट मोड पर रहने की अपील की है। फिलहाल मोटर मार्ग को खोलने का कार्य जारी है।
वही दूसरी तरफ भारी बारिश की वजह से लोहाघाट पिथौरागढ़ एनएच लगातार बाधित हो रहा है. हालांकि सड़क पर मलबा हटाने का काम जिला प्रशासन द्वारा तेजी से किया जा रहा है लेकिन बाराकोट क्षेत्र के संतोला में लगातार पत्थर आने से मार्ग खोलने में रुकावट आ रही है और पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने से हादसे का खतरा बना हुआ है। वही नैनीताल में भी भारी बारिश के चलते भवाली- अल्मोड़ा हाईवे पर पहाड़ी दरकने से लैंडस्लाइड हुआ है. साथ ही खैरना के पास भारी मलबा आने से हाईवे बंद हो गया है. वहीं क्वारब के पास भी सड़क पर भारी मलबा आ गया है जिसके चलते हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है. गनीमत है की अब तक जनपद में किसी भी अप्रिय घटना की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है।