आजकल बच्चों में बढ़ते फास्ट फूड के प्रति दीवानगी काफी हानिकारक साबित हो रही। दरअसल फ़ास्ट फ़ूड के बढ़ते क्रेज के चलते बच्चो में ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के मामले बढ़ते जा रहे है। आपको बता दे दून अस्पताल के बाल रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. अशोक कुमार का कहना है की फास्ट फूड के अधिक सेवन से बच्चे इस बीमारी की जद में आ रहे हैं। साथ ही बच्चों में फास्ट फूड के प्रति बढ़ती दीवानगी उन्हें सयानो वाली बिमारी दे रही है। जिससे न सिर्फ उनका शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी बाधित हो रहा है। डाॅ. अशोक कुमार बताते हैं कि फास्ट फूड खाने से बच्चों में डायरिया, मोटापा, कब्ज की दिक्कतें बढ़ रही हैं। एक से दो प्रतिशत बच्चे बीपी और कोलेस्ट्रॉल की चपेट में भी आ रहे हैं।
इतना ही नहीं बल्कि फास्ट फूड की अधिकता से हार्ट ब्लाॅकेज तक की दिक्कतें हो रही हैं। बच्चे गुस्सैले और चिड़चिड़ापन के शिकार हो रहे हैं। आगे उन्होंने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में महीने के पांच से छह केस मोटापे से परेशान बच्चों के आ रहे हैं। उधर, नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर डाॅ. सुशील ओझा ने बताया कि जंक फूड के बढ़ते उपयोग से बच्चों की आंखों पर चश्मा चढ़ने लगा है। जंक फूड में न तो आयरन है, न ही प्रोटीन। आंखों के लिए हरी सब्जी, दूध व दाल बहुत जरूरी है। माता-पिता को बच्चों जंक फूड के सेवन से रोकना चाहिए। कम उम्र में आंखों पर चश्मा चढ़ना भविष्य के लिए खतरनाक संकेत हैं।