उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में ऐतिहासिक हिलजात्रा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। दरअसल “सातूं-आठूं” से शुरू होने वाले इस पर्व का समापन पिथौरागढ़ में हिलजात्रा के रूप में होता है। और इस हिलजात्रा मे लखिया भूत की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब नजर आते है। हर साल की तरह इस साल भी कुमौड़ की प्रसिद्ध हिलजात्रा मे लखिया भूत की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब नजर आए। आपको बता दे बुधवार को लखिया भूत के मैदान मे आते ही जयकारो से पुरा प्रांगड़ मनमोहक हो गया। साथ ही इसी दौरान भारी संख्या मे पहुँचे लोगो ने भगवान शिव के गण लखिया पर फूलों की बारिश शुरू कर दी। इतना ही नहीं बल्कि नगर में सुबह से ही लोग हिलजात्रा को लेकर उत्साहित नजर आए। और मुख्य मैदान के आसपास तीन बजे से लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। भीड़ इतनी बढ़ गयी की मैदान मे जगह तक नही थी इसलिए लोग मैदान के चारों ओर बने घरों की छत पर चड़ गए।
करीब पांच बजकर 45 मिनट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली हिलजात्रा का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने आयोजक समिति की सराहना करते हुए अपने पुराने दिनों को याद किया, जब वो हिलजात्रा देखने कुमौड़ पहुंचते थे। इसके साथ ही उन्होंने हिलजात्रा समिति को पांच लाख और मोस्टामानो मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 98 लाख रुपये देने की घोषणा की। हालाँकि मुख्यमंत्री के वर्चुअली संबोधन के बाद करीब छह बजे ढोल नगाड़ों के साथ कोलबाड़ा से लखिया भूत मुख्य मैदान की तरफ अपने दो गणों के साथ रवाना हुआ। वही अपने शानदार अभिनय से लखिया भूत ने आधे घंटे से अधिक समय तक लोगों को मंत्रमुग्ध किया और सभी को अपना आशीर्वाद दिया। साथ ही इसी दौरान हिलजात्रा के अन्य पात्रों ने भी शानदार अभिनय किया।