भीमताल से नौ किमी दूरी पर स्थित सातताल क्षेत्र में सोमवार सुबह 11 बजे झील विकास प्राधिकरण और पुलिस की टीम जेसीबी के साथ पहुंची। जेसीबी देखकर वहां के दुकानदारों को अंदेशा हो गया कि दुकानों के ध्वस्तीकरण को लेकर अधिकारी पहुंचे हैं। अतिक्रमण ध्वस्तीकरण कार्रवाई शुरू होती उससे पहले ही दुकानदारों के साथ अधिकारियों की नोकझोंक शुरू हो गई। दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाने के लिए कोई भी नोटिस नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा और जेसीबी के आगे खड़े हो गए। प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया। कहा कि उन्हें दूसरी जगह दुकानें लगाने को लेकर जगह तक आवंटित नहीं की गई है।
ऐसे में यदि उनकी दुकानें टूटी तो उनकी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। कहा कि रसूखदारों को दुकानों को हटाने के लिए समय दिया जा रहा है और उन्हें पहले ही दुकानें तक आवंटित कर दी गई हैं लेकिन छोटे दुकानदारों को बिना कोई समय और नोटिस के प्रताड़ित किया जा रहा है। इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ पुलिसकर्मियों की बहस भी हुई। लोगों को समझाने और हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दोबारा शुरू की गई।