धर्मनगरी हरिद्वार में बनाये जाने वाले कॉरिडोर को लेकर उत्तराखंड सरकार के प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम कल हरिद्वार पहुंचे थे। आपको बता दे उन्होंने कल स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक की. जिसमें हरिद्वार के स्टेक होल्डर्स को एक बार फिर आश्वासन दिया कि कॉरिडोर को लेकर किसी भी तरह के ध्वस्तीकरण की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा की पहले चरण में मात्र हरकी पैड़ी के नजदीक बने नगर निगम के जहान्वी मार्केट, हरिद्वार बस स्टैंड को स्थानांतरित करने की योजना है. साथ ही प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने ये भी कहा की स्थानीय स्टेक होल्डर्स के साथ हुई बैठक का मुख्य उद्देश्य कॉरिडोर को लेकर फैल रहे भ्रम को दूर करना है. उन्होंने कहा की बैठक के माध्यम से ये साफ किया गया कि हरिद्वार के व्यापारियों और स्टेक होल्डर्स को घबराने की आवश्यकता नहीं है. कॉरिडोर को लेकर प्रस्तावित लेआउट में किसी प्रकार के ध्वस्तीकरण की योजना नहीं है. योजना में मुख्य कार्य नगर निगम के जाहान्वी मार्केट ओर बस स्टैंड को स्थानांतरित करने की योजना है. जिसमे प्रभावित होने वाले किरायदारों ओर दुकानों के मालिकों को मौजूदा बस स्टैंड के पास बनने वाले कॉम्प्लेक्स में दुकानें दी जाएंगी.
दरअसल हरिद्वार कॉरिडोर प्लान के अनुसार हरिद्वार बस अड्डे को चंडीघाट क्षेत्र में विस्थापित किया जाएगा. हरिद्वार में लगने वाले जाम से इससे निजात मिलेगी. बस अड्डा शिफ्ट करने के बाद यहां शॉपिंग काम्पलेक्स बनाया जाएगा. इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में हरकी पैडी से जिन दुकानदारों को हटाया जाएगा. यहाँ उन दुकानों को स्वामित्व दिया जाएगा. साथ ही प्रमुख तौर पर जाहन्वी बाजार के हटने से प्रभावित हुए दुकानदारों को यहां शिफ्ट किया जाएगा. हालांकि गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया की ये बैठक काफी सकारात्म्क रही. लेकिन दूसरी तरफ पूर्व मेयर अनिता शर्मा ने शहर से बस अड्डा शिफ्ट करने की योजना का विरोध किया है। उनका कहना है कि बस अड्डा शिफ्ट होने से सैकड़ों लोगों का रोजगार प्रभावित होगा और ऐसा होने पर भाजपा विधायक और सांसदों के घरों का घेराव किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि बस अड्डे का विस्तार करने की आवश्यकता है। नगर निगम के पास पेयजल ऑफिस के पास 15 बीघा जमीन का अधिग्रहण इसके विस्तार के लिए किया जा सकता है जिसका प्रस्ताव उन्होंने पहले भी दिया था। दरअसल व्यापारी पहले ही बस अड्डे का शहर से बाहर जाने का विरोध कर रहे थे। अब बस अड्डा शहर से बाहर जा रहा है, ऐसे में व्यापारियों में खलबली मची है। व्यापारी नेताओं ने इसका विरोध किया है और दावा किया है कि ये किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।