आज साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है…यह एक हाइब्रिड ग्रहण है जिसे कंकणाकृति सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है… हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की अमावस्या तिथि पर लगने वाला सूर्य ग्रहण आज सुबह 7 बजकर 04 मिनट से शुरू हो गया है। बता दें कि भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा, जिसके कारण इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।
Surya Grahan 2023 की पहली तस्वीर
ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले सूर्य ग्रहण दिखाई दिया है…वहां से सूर्य ग्रहण की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है…और पृथ्वी पर छाया डालता है। इस अवस्था में वो सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है। कंकणाकृति सूर्य ग्रहण मिला जुला सूर्य ग्रहण माना जाता है जिसमें ग्रहण एक कुंडलाकार सूर्य ग्रहण के रूप में शुरू होता है
क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण
इस बार का सूर्य ग्रहण तीन रूपों में दिखाई देगा, जिसको खगोल विज्ञान में हाइब्रिड सूर्य ग्रहण कहा गया है। हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण का मिश्रण होता है। यह सूर्य ग्रहण लगभग 100 साल में एक ही बार देखने को मिलता है। इस सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा की धरती से दूरी न तो ज्यादा होती है और न कम। इस दुर्लभ ग्रहण के दौरान सूर्य कुछ सेकेंड के लिए एक वलय यानी रिंग जैसी आकृति बनाता है, जिसे अग्नि का वलय यानी रिंग ऑफ फायर कहा जाता है।