देहरादून जिला पुलिस के 35वें सड़क सुरक्षा महीने का सोमवार सुबह आगाज हुआ। पुलिस लाइन से हरी झंडी दिखाकर एसएसपी अजय सिंह ने जागरूकता रैली को रवाना किया। अगले माह तक पुलिस लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करेगी। इस मौके पर बताया गया कि उत्तराखंड में हर रोज औसत चार सड़क दुर्घटनाओं में तीन मौत और पांच लोग घायल होते हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सड़क सुरक्षा माह की थीम युवाओं के मध्य जागरूकता रखी गई है। उन्होंने कहा सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। वर्ष 2024 में देश में 1.80 लाख लोग सड़क हादसों में मारे गए। इनमें से लगभग 30 हजार दोपहिया वाहन सवारों की मौत हेलमेट न पहनने के कारण हुईं। मरने वालों में 66 प्रतिशत 18 से 34 वर्ष के युवा थे।
देश के साथ ही उत्तराखंड और देहरादून में सड़क हादसे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच के बाद विशेषज्ञ बताते हैं कि लगभग 90 प्रतिशत दुर्घटनाएं चालकों की लापरवाही के कारण होती हैं। इसमें रैश ड्राइविंग, तेज गति में वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, गलत तरीके से ओवरटेक करना, ओवरलोडिंग और शराब पीकर गाड़ी चलाना प्रमुख कारण हैं। छोटा राज्य होने के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं की संख्या के आधार पर उत्तराखंड देश में 23 वें स्थान पर है। राज्य की करीब 80 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं चार जिलों (देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल) में होती हैं। एसएसपी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए युवाओं को विशेष रूप से सचेत करने की आवश्यकता है।