अल्मोड़ा वनाग्नि हादसा न केवल वन विभाग बल्कि राज्य सरकार के लिए भी बड़ी चिंता पैदा करने वाला विषय है। दरअसल मामले में वैसे तो पहले ही दो आईएफएस अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है और एक सीनियर आईएफएस अधिकारी को वन मुख्यालय में अटैच भी किया गया है। आपको बता दे घटना में 4 वन कर्मियों की आग से झुलसकर मौत हो गई थी हालाकि घटना में चार कर्मियों की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने परिजनों के लिए 10-10 लाख के मुआवजे की घोषणा की है.जबकि घायल अन्य चार कर्मचारियों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के प्रयास किये गए। लेकिन बिनसर वाइल्डलाइफ दुर्घटना कांड पर अब अल्मोड़ा की सिविल सोसाइटी सामने आई और मृतक शहीदों के लिए गांधी पार्क से शिखर तिराहे पर स्थित शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च निकाला। साथ ही मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी, शहीद का दर्जा और एक एक करोड रुपए का मुआवजा राशि देने और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठायी। वही इस कैंडल मार्च में विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने भाग लिया और अपने अपने विचार रखे।