हरिद्वार से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। आपको बता दे हरिद्वार की जिला जेल से 2 कैदी देर शाम उस समय फरार हो गए, जब जेल में रामलीला का मंचन किया जा रहा था और दोनों कैदी वानर बने थे जो सीता माता के हरण के बाद उन्हें माता-माता करते हुए खोज रहे थे। दरअसल वानर बनने की वजह से उन्हें कूदने फांदने की अनुमति भी मिली हुई थी। ऐसे में उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए बाउंड्री से जेल के बाहर छलांग लगा दी। माता सीता तो मिल गई, लेकिन वानर का रूप धरे दो कैदी जेल से फरारा हो गए। बता दे कैदियों को पहले जेल में ढूंढा गया लेकिन जब वो जेल में नहीं मिले तो करीब 10 घंटे बाद जेल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया और 6 कार्मिक को निलंबित कर दिया। बता दे जेल से जो दो कैदी फरार हुए है उनमे से एक कैदी पंकज हत्या के मामले में सजा काटरा था , जबकि दूसरा कैदी रामकुमार अपहरण के केस में ट्रायल कैदी है।
हालांकि इन दोनों के साथ एक और कैदी ने फरार होने की कोशिश की थी, लेकिन वो उनके साथ भागने में सफल नही हो पाया। इसलिए पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। दरअसल जेल में हाई सिक्योरटी बैरक का निर्माण किया जा रहा है, इसकी निर्माण सामग्री भी पड़ी हुई थी, कैदियों ने वहां रखी सीढ़ी का इस्तेमाल किया और फरार हो गए. इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है. सीआईयू ,पीएसी समेत पुलिस की 10 टीमें कैदियों की तलाश कर रही हैं, साथ ही पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन भी चलाया है। लेकिन इन सब के बिच एक सवाल ये है कि जब दोनों कैदी रात फरार हुए तो इसकी सूचना 10 घंटे बाद पुलिस को क्यों दी गई ये एक बड़ा सवाल है जिसकी जांच की जा रही है।