जम्मू कश्मीर के कठुआ मे गस्ती दल पर हुए आतंकी हमले मे बलिदान हुए पांचो सैन्यकर्मी उत्तराखंड से थे। एक साथ उत्तराखंड के पाँच बेटो के बलिदान ने देवभूमि को झकझोर के रख दिया है। राजयवासियों को इन वीर सैनिको पर गर्व है, तो वही इस घटना को लेकर गुस्सा भी। जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनो में कई आतंकी हमले हुए है। पिछले महीने आतंकियों ने रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, इससे वह खाई में गिर गयी और 9 लोगो की मौत हो गयी। इसके तुरंत बाद ही दो हथियारबंद आतंकी एक गाँव में घुस आये और गोलीबारी शुरू कर दी। हालांकि सुरक्षा बलो ने जवाबी कार्यवाही की और इसमें एक जवान शहीद हो गया। लेकिन एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने कायराना आतंकी वारदात को अंजाम दिया, आपको बता दे जम्मू कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किये गए आतंकवादियों के हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हैं। दरअसल आतंकवादियों के पास हाईटेक हथियार थे और उनकी ओर से ग्रेनेड से भी हमला किया गया। साथ हि स्नाइपर गन से भी फायरिंग की गई।
सूत्रों का कहना है कि जिस वक्त हमला किया गया उस वक्त ट्रक की रफ्तार धीमी थी क्योंकि एक तरफ ऊंची पहाड़ी और दूसरी ओर खाई थी। साथ ही हमले के बाद आतंकवादी जंगल की ओर भाग गए। वही ये घटना अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब सेना की गाड़िया कठुआ के पहाड़ी क्षेत्रों से गुजर रही थी वही हमले की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही सेना की एक टुकड़ी और पुलिस की टीम ने आसपास के इलाके की घेराबंदी कर ली और आसपास की सेना की चौकियों को भी अलर्ट मोड पर कर दिया। हालांकि एक बड़ी खबर सामने आ रही है की इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। ये शैडो संगठन है जो जैश ए मोहम्मद के लिए काम करता है। भले ही इस संगठन का नाम कश्मीर टाइगर्स है लेकिन हमले का तरीका गीदड़ो से भी बत्तर था पूरी तरह कायराना। वही सूत्रों का कहना है की आतंकीयो ने जानबुज के ये सड़क चुनी क्युकी एक तो ये सड़क कच्ची थी और दूसरी तरफ खाई जिसके चलते यहाँ से गुजर रही गाड़ियों को धीरे ही ले जाना पढता था। इसी मौके का फायदा आतंकवादियों ने उठाया और पहाड़ी के पीछे घात लगाकर बैठ गए। और जैसे ही सेना का ट्रक वहाँ पंहुचा तो उसपर हमला कर दिया। हमला इतना अचानक था की सेना कुछ समाज ही नहीं पायी और उत्तराखंड ने अपने पांच जाबाज वीरों को खो दिया।
बता दे मंगलवार शाम पाँचो बलिदानियों के पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से देहरादून हवाई अड्डे पर लाये गए। जहाँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, उत्तराखंड सब एरिया के जिओसी मेजर जनरल आर प्रेमराज, विधायक बृजभूषण गैरोला के अलावा सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हे श्रृद्धांजलि दी। जिसके बाद बलिदानियों के पार्थिव शरीर सेना के वाहन से उनके पैतृक आवास ले जाए गए। जहा पर आज सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जायेगी। दरअसल शहीद होने वाले जवानों में सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी, नायक विनोद सिंह का नाम शामिल है।