उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के समीप नरकोटा गांव में ऑल वेदर सड़क पर बन रहा राज्य का पहला सिग्नेचर ब्रिज का एक हिस्सा ढह गया। गनीमत रही की इस हादसे में किसी जनहानि की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि जब ब्रिज का हिस्सा ढहा, तो उस दौरान उसके अगल-बगल मजदूर मौजूद थे। लेकिन, ब्रिज के टूटने की आहट समझते ही वो वहां से भाग गए जिससे सभी मजदुर सुरक्षित है। दरअसल ये ब्रिज बद्रीनाथ ऑल वेदर सड़क पर बन रहा है। वहीं, पुल के क्षतिग्रस्त होने से आरसीसी कंपनी पर भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं।
आपको बता दे ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर नरकोटा में 110 मीटर का सिग्नेचर ब्रिज बनाया जा रहा है। हालांकि पुल के ऊपरी फ्रेम को तैयार किया जा रहा था। लेकिन इसी बीच पुल के रुद्रप्रयाग की तरफ का टावर ढह गया। जिससे फ्रेम को भी काफी नुकसान पंहुचा है। बताया जा रहा है कि ब्रिज लगभग 70 करोड़ की लागत से बन रहा था। वही स्थानीय लोगों का कहना है कि ब्रिज के निर्माण को लेकर शुरू से ही कई सवाल खड़े होते आए हैं। इससे पहले जुलाई 2022 में भी ब्रिज की शटरिंग को नुकसान पहुंचा था। लेकिन उसके बाद भी कंपनी ने सबक नहीं लिया। साथ ही उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल ने बताया की पुल का निरिक्षण किया गया है। और जांच के लिए कमेटी बनायीं गयी है जो पता लगाएगी की किन कारणों से पुल ध्वस्त हुआ है।